जिन आंखों में भविष्य के सपने बसने चाहिए, उनमें खून उतर रहा है. जिस उम्र में हाथों में किताब होनी चाहिए, उस कच्ची उम्र में बच्चों के हाथ खून से सन रहे है. आखिर ऐसा क्यों?
जिन आंखों में भविष्य के सपने बसने चाहिए, उनमें खून उतर रहा है. जिस उम्र में हाथों में किताब होनी चाहिए, उस कच्ची उम्र में बच्चों के हाथ खून से सन रहे है. आखिर ऐसा क्यों?
0 Comments